Bihar Board Exam 2023: बिहार बोर्ड 11वीं और 12वीं कक्षा में प्रतिदिन पांच सैद्धांतिक और चार प्रायोगिक कक्षा जरूरी

राज्य के सभी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रैक्टिकल कक्षाएं अनिवार्य कर दी गई हैं। इस संबंध में सभी जिला शिक्षा कार्यालयों को चार दिन पहले ही निर्देश जारी कर दिये गये हैं। अब Bihar Board 11th Class और Bihar Board 12th Class में हर दिन पांच सैद्धांतिक और चार व्यावहारिक कक्षाएं चलेंगी।

आपको बता दें की, तीनों संकायों के मुख्य तीन विषयों की प्रतिदिन नौ कक्षाएं होंगीइसमें पांच थ्योरी पेपर और चार प्रैक्टिकल पेपर होंगे। इसके अलावा भाषा, अतिरिक्त विषय, खेल और पुस्तकालय से लेकर हर दिन किसी न किसी विषय की कक्षाएं लगेंगी।

Bihar Board 9th Class और Bihar Board 10th Class में हर दिन आठ विषयों की कक्षाएं चलेंगी। दोपहर के भोजन से पहले गणित, विज्ञान, हिंदी, अंग्रेजी की कक्षाएं संचालित की जाएंगी और उसके बाद सामाजिक विज्ञान, संस्कृत, पुस्तकालय और वैकल्पिक विषयों की कक्षाएं आयोजित की जाएंगी। नौवीं और दसवीं में सप्ताह में दो दिन मंगलवार और गुरुवार को खेल कक्षाएं भी लगेंगी।

हम आपको ये भी बता दें कि अभी तक पूरे प्रदेश में स्कूलों का समय एक ही था, लेकिन कक्षाओं का विषयवार निर्धारण प्राचार्य द्वारा किया जाता था, इसे बदल दिया गया है। अब राज्य के सभी स्कूलों में नौवीं से 12वीं तक एक जैसी कक्षाएं चलेंगी।

लंच के बाद केवल प्रैक्टिकल कक्षाएं होंगी

बिहार बोर्ड कक्षा 11वीं एवं 12वीं के सभी संकायों की सैद्धांतिक कक्षाएं लंच तक चलेंगी। दोपहर के भोजन के बाद प्रायोगिक विषयों की तीन कक्षाएं होंगी। इसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी शामिल है। इन तीनों विषयों की प्रैक्टिकल कक्षाएं हर दिन आयोजित की जाएंगी।

इसके अलावा 11वीं और 12वीं में खेल, भाषा, अतिरिक्त विषय और लाइब्रेरी की कक्षाएं भी लंच के बाद अलग-अलग दिन संचालित की जाएंगी। अभी तक स्कूल की दिनचर्या में प्रैक्टिकल कक्षाएं शामिल नहीं थीं। पहले सिर्फ थ्योरी पढ़ाई जाती थी, लेकिन अब हर दिन प्रैक्टिकल कक्षाएं लगाना अनिवार्य कर दिया गया है।

औचक निरीक्षण में इसकी जांच की जाएगी

BSEB Patna Schools के निरीक्षण के दौरान यह जांच की जाएगी कि स्कूल में समय सारणी को ध्यान में रखते हुए निर्धारित विषय पढ़ाए जा रहे हैं या नहीं। प्रैक्टिकल कक्षाएं चलेंगी या नहीं, इसके लिए अब लंच के बाद भी औचक निरीक्षण किया जा सकेगा।

इस दौरान छात्रों से यह भी पूछा जाएगा कि प्रत्येक विषय की कक्षाएं चल रही हैं या नहीं। पटना के डीईओ अमित कुमार ने बताया कि अब हर स्कूल में प्रैक्टिकल कक्षाएं अनिवार्य कर दी गई हैं. स्कूलों को थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल कक्षाएं भी चलानी होंगी. प्रत्येक विषय को प्रतिदिन अनिवार्य रूप से पढ़ना होगा।

विषयवार कक्षाओं की संख्या भी तय कर दी गयी है

Bihar School Examination Board द्वारा यह भी तय कर लिया गया है कि सोमवार से शनिवार तक किस विषय की कितनी कक्षाएं लगेंगी। कक्षा नौ और दस में सोमवार से शनिवार तक हिंदी और अंग्रेजी की पांच-पांच, गणित और विज्ञान की छह-छह, सामाजिक विज्ञान और संस्कृत की पांच-पांच, खेल की चार, अतिरिक्त विषय की पांच और पुस्तकालय की तीन कक्षाएं अनिवार्य हैं। इसमें कोई बदलाव नहीं हो सकता।

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