बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर के रिजल्ट की स्क्रूटनी के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि बढ़ा दी गयी है। इक्छुक छात्र बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। बता दें कि इंटर रिजल्ट में स्क्रूटनी के लिए आवेदन की तिथि 30 मार्च 2022 तक निर्धारित की गई थी, लेकिन इसे बढ़कर अब 03 अप्रैल 2022 तक कर दी गयी हैं।
जो छात्र इंटरमीडिएट के परिणाम में दिए गए अंकों से असंतुष्ट हैं, वे किसी भी विषय री-चेकिंग के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने के लिए छात्रों को प्रति विषय 70 रुपये ऑनलाइन शुल्क देना होगा, आवेदन प्रक्रिया पांच चरणों में स्क्रूटनी के लिए करनी होगी। संबंधित छात्र का परिणाम सुधार कर पुन: जारी किया जाएगा।
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बिहार बोर्ड 12वीं स्क्रूटनी आवेदन ऐसे करें
- सबसे पहले नीचे दिए गए लिंक या वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in को ओपन करें।
- “एप्लाइड फॉर स्क्रूटनी (इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा, 2022)” पर क्लिक करें।
- उम्मीदवार अपने प्रवेश पत्र पर अपना लिखित रोल कोड, रोल नंबर और पंजीकरण संख्या दर्ज करके पंजीकरण करेंगे।
- पंजीकरण के बाद स्क्रूटनी आवेदन संख्या प्रदर्शित होगी, आवेदक स्क्रूटनी आवेदन संख्या और पंजीकरण संख्या के माध्यम से लॉगिन करेंगे।
- जिस विषय में उम्मीदवार को संदेह है, वे उस विषय के सामने दिए गए अप्लाई बटन पर क्लिक करके आवेदन कर सकते हैं।
- उसके बाद आवेदक शुल्क भुगतान बटन के माध्यम से प्रति विषय केवल 70 रुपये ऑनलाइन शुल्क का भुगतान करेंगे।
बिहार बोर्ड 12वीं स्क्रूटनी फॉर्म 2022
वर्ष 2022 में हुई इंटर परीक्षा का परिणाम आने के बाद स्क्रूटनी फॉर्म भरने की तिथि भी घोषित कर दी गई है. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन 23 मार्च से 3 अप्रैल 2022 तक स्वीकार किए जाएंगे। बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि जो लोग अपने अंकों से असंतुष्ट हैं, वे निर्धारित तिथि के भीतर स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए प्रति विषय प्रति मूल्यांकन के लिए ₹70 का भुगतान करना होगा। उम्मीदवार जितने चाहें उतने विषयों में स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं। अगर किसी के रिजल्ट में संशोधन होता है तो रिवाइज्ड रिजल्ट जारी किया जाएगा।

बीएसईबी स्क्रुटनी क्या है?
स्क्रूटनी का अर्थ है कॉपी की रीचेकिंग यानी यदि कोई छात्र अपने परिणाम से असंतुष्ट है तो वह इसके लिए आवेदन कर सकता है। इससे उनकी कॉपी दोबारा जांची जाएगी। मूल्यांकन के समय यदि बोर्ड द्वारा कोई गलती की गई है या बिना किसी गलती के परिणाम जारी किया गया होता। फिर भी उस प्रति का पुनर्मूल्यांकन किया जाएगा। यदि कोई गलती पाई जाती है तो उस छात्र के अंक घटाए या बढ़ाए जा सकते हैं। इसके लिए छात्र स्वयं जिम्मेदार होंगे।