Bihar School Examination Board में कक्षा 6 से 8 तक के सिलेबस में संशोधन होगा, इसे लेकर सभी विषयों की किताबों की समीक्षा की जायेगी। सरकारी स्कूलों के लिए छपी किताबों में कई तरह की गलतियों और जरूरत के मुताबिक चीजें नहीं मिलने के कारण विभाग ने इसमें संशोधन करने का निर्णय लिया है। इसके लिए राज्य भर से 40 विशेषज्ञ शिक्षकों की टीम बनायी गयी है, जो समीक्षा करेगी।
हर जिले से विषयवार विशेषज्ञ शिक्षकों का चयन किया गया है। जिले से मध्य विद्यालय के शिक्षक केशव कुमार का भी चयन हुआ है।
एससीईआरटी 17 जुलाई 2023 से इसकी शुरुआत कर रहा है। इस बार विभाग की ओर से जिले के साथ-साथ राज्य में भी बच्चों को किताबें उपलब्ध करायी जा रही हैं। इसकी जिम्मेदारी अलग-अलग प्रकाशकों को मिली है।
अभी तक बच्चों को सभी कक्षाओं और सभी विषयों की किताबें भी नहीं मिली हैं, लेकिन जो किताबें मिली हैं, उनमें से अधिकांश में भारी अनियमितता सामने आयी है। मिडिल स्कूल की अधिकांश किताबों में यह गड़बड़ी सामने आयी है।
पुराने संस्करण में सही, नये संस्करण में गलतियों की भरमार
विभिन्न प्रखंडों से आये Bihar Board शिक्षकों व विशेषज्ञों ने बताया कि 2016-2017 में प्रकाशित पुराने संस्करण की किताबों में तो चीजें सही हैं, लेकिन 2023-24 के नये संस्करण में गलतियों की भरमार है. संस्कृत, अंग्रेजी, विज्ञान तथा हिन्दी की पुस्तकों में अनेक अशुद्धियाँ हैं।
इतना ही नहीं, किसी में कंटेंट कुछ और है तो तस्वीर कुछ और, शिक्षक केशव कुमार ने कहा कि विज्ञान की किताब में ऐसे शब्दों का प्रयोग किया गया है, जिसे बच्चे समझ नहीं पाएंगे। औराई के BSEB Teacher मणि कुमार कहते हैं कि अंग्रेजी के चैप्टर 2 में एक पेज में 20 से अधिक गलतियां हैं। कक्षा छह की हिंदी किताब के अधिकांश पन्ने गंदे हैं, जो पढ़ने लायक नहीं है।
टेक्स्ट से लेकर डिजाइनिंग तक, सांख्यिकीय डेटा भी बदल जाएगा
एससीईआरटी निदेशक ने निर्देश दिया है कि कक्षा-6 से कक्षा-8 तक के सभी विषयों की पाठ्यपुस्तकों की परिषद द्वारा समीक्षा और संशोधन किया जाना है।
समीक्षा के तहत पाठ्यपुस्तकों के पाठ को अद्यतन करना, पुस्तकों की टाइपिंग, डिजाइनिंग, मानचित्र और सांख्यिकीय डेटा आदि से संबंधित कार्य किए जाएंगे।