बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने एक अहम फैसले में इस साल सितंबर से दिसंबर तक सरकारी स्कूलों की छुट्टियों (Bihar School Holiday) में संशोधन किया है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आने के बाद सरकारी स्कूलों के बच्चों पर सीधा असर डालने वाला यह पहला फैसला है, इसका पहला असर यह होगा कि माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों के बच्चों को रक्षाबंधन पर भी स्कूल जाना पड़ेगा।
इसके साथ ही लोक आस्था के महापर्व दशहरा, दिवाली और छठ की छुट्टियों में भी कटौती कर दी गई है। अब से लेकर दिसंबर तक 23 में से 12 छुट्टियां खत्म कर दी गई हैं। विभाग ने इस फैसले की वजह स्कूलों में 220 कार्य दिवस पूरे न होने से बच्चों पर पड़ने वाले असर को बताया है।
प्राइमरी से लेकर हायर सेकेंडरी स्कूलों में 31 अगस्त 2023 को राखी के दिन छुट्टी नहीं रहेगी। दुर्गा पूजा के लिए छह दिन की छुट्टी घोषित की गयी थी। अब इसे घटाकर दो दिन कर दिया गया है. रविवार को मिलाकर यह तीन दिन का होगा। बिहार के लोकपर्व की तैयारियों के मद्देनजर दिवाली से लेकर छठ तक लगातार छुट्टी रहती है।
इस बार 13 नवंबर से 21 नवंबर तक कुल नौ दिन की छुट्टियां थीं, लेकिन अब इनकी संख्या बढ़कर चार हो गई है। 12 नवंबर को दिवाली के मौके पर छुट्टी रहेगी. फिर 15 नवंबर को चित्रगुप्त पूजा और गोवर्धन पूजा के दिन, इसके बाद 19 और 20 नवंबर को छठ की छुट्टी रहेगी।
विभाग की पूरी दलील यानी कटौती की वजह समझिए
विभाग का कहना है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत प्राथमिक विद्यालयों में कम से कम 200 कार्य दिवस और माध्यमिक विद्यालयों में 220 कार्य दिवस आवश्यक है। चुनाव, परीक्षा, त्योहार, अत्यधिक गर्मी, अत्यधिक ठंड, बाढ़ आदि के कारण स्कूली शिक्षा प्रभावित होती है।
इसके साथ ही त्योहारों के अवसर पर (Bihar School Holiday) स्कूलों को बंद करने की प्रक्रिया में भी एकरूपता नहीं होती है। इसलिए साल 2023 की बाकी छुट्टियों में यह बदलाव किया गया है।
उन छुट्टियों की सूची जिनके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई
राज्य सरकार के ताजा आदेश के तहत 6 सितंबर को चेहल्लुम, 28 सितंबर को मोहम्मद साहब का जन्मदिन और अनंत चतुर्दशी, 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती और 25 दिसंबर को क्रिस डे की छुट्टियां अप्रभावित रहेंगी।
शिक्षा विभाग के फैसले का विरोध
शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के अनुसार वर्ष में कक्षा 1-5 को 200 दिन तथा कक्षा 6-8 को 220 दिन संचालित करने का आदेश है।
साल में 52 रविवार और 60 त्योहारों की छुट्टियां काटने के बाद भी स्कूल में 253 दिन कक्षाएं चलती हैं. फिर भी छुट्टियाँ रद्द करना शिक्षा विभाग की तानाशाही है। बिहार स्कूल शिक्षा विभाग के इस फैसले का विरोध भी हो रहा है, बिहार में छठ पूजा को महापर्व के रूप में मनाया जाता है। (Bihar School Holiday) इसकी छुट्टियों में कटौती की खबर के बाद सोशल मीडिया पर कई पोस्ट किए जा रहे हैं, पहले की तरह छुट्टी की मांग की जा रही है।
दिवाली से छठ तक छुट्टी मिलती थी
गौरतलब है कि इससे पहले दिवाली से लेकर छठ तक छुट्टियां मिलती थीं. इस साल भी 13 नवंबर से 21 नवंबर तक छुट्टी तय थी। अब 12 नवंबर को दिवाली, 15 नवंबर को चित्रगुप्त पूजा और छठ पूजा पर सिर्फ दो दिन छुट्टियां रहेंगी। 19 और 20 नवंबर को छठ पूजा के अवसर पर छुट्टी रहेगी। बिहार शिक्षा विभाग ने कहा है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 में पहली से 5वीं कक्षा तक कम से कम 200 कार्य दिवस और 6वीं से 8वीं कक्षा तक कम से कम 220 कार्य दिवस का प्रावधान है, इसके तहत ही नई सूची बनाई गई है।