BPSC Exam 2023 Over: बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा हुआ खत्म, जानें पास होने के लिए लाने होंगे कितने अंक, कितनी हो सकती है कटऑफ?

बिहार लोक सेवा आयोग ने 1.70 लाख शिक्षकों की नियुक्ति के लिए बिहार के करीब 860 केंद्रों पर तीन दिनों तक परीक्षा आयोजित की थी, शनिवार को परीक्षा का आखिरी दिन था। BPSC Exam 2023 के आखिरी दिन पहली पाली में 9वीं से 10वीं और दूसरी पाली में 11वीं से 12वीं तक के परीक्षार्थी शामिल हुए। पटना में पहली पाली में 29 केंद्रों पर 22870 और दूसरी पाली में 21 केंद्रों पर 16793 अभ्यर्थियों को शामिल होना था, पटना में उपस्थिति करीब 90 फीसदी रही।

BPSC Teacher Exam 2023 में शामिल हुए अभ्यर्थियों ने बताया कि कई प्रश्नपत्र आउट ऑफ सिलेबस थे, जिसके कारण परेशानी हुई।विश्व इतिहास से अधिक प्रश्न पूछे गए, जिससे काफी परेशानी हुई। अन्य प्रश्न सामान्य स्तर के थे, प्रतियोगी परीक्षाओं के विशेषज्ञ गुरु रहमान ने बताया कि पहले दिन की तुलना में प्रश्नपत्र सामान्य स्तर के थे। पूरे प्रश्नपत्र का आकलन करें तो प्रश्नपत्र 9वीं से 10वीं स्तर का ही था।

साहित्य के पेपर की बात करें तो प्रश्न पत्र सिलेबस पर आधारित नहीं था, जिसके कारण छात्रों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। परीक्षा देने के बाद परीक्षा केंद्र पर उनके चेहरे पर निराशा साफ नजर आ रही थी. परीक्षा की बात करें तो कटऑफ 60 से 70 फीसदी रहने की उम्मीद है।

इतना हो सकता हैं कट-ऑफ

वैसे, Bihar Teacher Recruitment Competitive Exam 2023 का कट ऑफ रिजल्ट जारी होने के बाद ही उपलब्ध होगा। लेकिन प्रश्न पत्र के विश्लेषण और अभ्यर्थियों की प्रतिक्रिया के आधार पर विशेषज्ञों द्वारा लगाए गए अनुमान के मुताबिक शिक्षक भर्ती परीक्षा के सामान्य वर्ग के पुरुष अभ्यर्थियों के लिए कटऑफ 60-65, ओबीसी के लिए 60-62 और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के उम्मीदवारों के लिए 60 हो सकता है।

वहीं, अगर महिला उम्मीदवारों के लिए कट-ऑफ की बात करें तो यह सामान्य वर्ग के लिए 58, ओबीसी वर्ग के लिए 50-55, ईबीसी वर्ग के लिए 48-52 और एससी/एसटी वर्ग के लिए 45-48 तक जा सकता है।

रिजल्ट दो चरणों में जारी किया जाएगा

BPSC President Atul Prasad ने कहा कि डीएलएड और बीएड डिग्रीधारी प्राथमिक शिक्षकों की मेधा सूची एक साथ तैयार की जायेगी। लेकिन डीएलएड डिग्री धारकों का रिजल्ट 20 सितंबर 2023 से 25 सितंबर 2023 के बीच आएगा।

इस पहले चरण में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षकों का रिजल्ट भी आएगा, इसके साथ ही सफल अभ्यर्थियों के दस्तावेजों का सत्यापन भी शुरू हो जाएगा। बीएड डिग्री धारकों का रिजल्ट तब तक नहीं आएगा जब तक उनकी पात्रता की स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो जाती। अतुल ने यह भी कहा कि अगर 20 सितंबर 2023 से 25 सितंबर 2023 तक स्थिति स्पष्ट हो गई तो दोनों के नतीजे एक साथ जारी किए जा सकते हैं।

न्यूनतम योग्यता अंकों में छूट जारी रहेगी

वहीं, बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने ट्वीट कर कहा कि राज्य में 1.70 लाख शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने के लिए अगर जरूरी हुआ तो न्यूनतम अर्हता अंकों में छूट दी जायेगी। परीक्षा के दौरान पूछे गए प्रश्न के अनुसार शिक्षक नियुक्ति में कुल रिक्ति के कम से कम 75 प्रतिशत या कुल अभ्यर्थियों की अनुशंसा भेजने के लिए न्यूनतम अर्हता अंक में छूट जारी रहेगी। प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए पद से अधिक आवेदन आ रहे हैं। इसलिए, यहां रिक्तियों के 75% कट-ऑफ तक पहुंचने के लिए जितने अंकों की आवश्यकता होगी, उतनी छूट दी जाएगी।

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वहीं, उच्च माध्यमिक शिक्षकों के पदों पर रिक्तियों की तुलना में कम आवेदक हैं। इसलिए वहां आवेदकों की कुल संख्या के 75 फीसदी तक चयनित होने के लिए अलग-अलग श्रेणियों के कटऑफ में जरूरत के हिसाब से छूट दी जाएगी।

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