Bihar School Examination Board ने एएन कॉलेज को इसकी अनुमति दे दी है, अब एएन कॉलेज में कॉमर्स की पढ़ाई हो सकेगी। विज्ञान संकाय में 240 सीटें बढ़ी हैं। BSEB Patna ने इंटर कॉमर्स की 400 सीटों पर पढ़ाने की अनुमति दे दी है। एएन कॉलेज में इंटर कॉमर्स की पढ़ाई भी शुरू होगी। इसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने अनुमति दे दी है।
इसके साथ ही Bihar Board ने इंटर साइंस में सीटें भी बढ़ा दी हैं, समिति ने कहा है कि एएन कॉलेज में विज्ञान संकाय में पहले 1312 सीटें थीं, जो बढ़कर कुल 1552 सीटें हो गयी हैं। नए सत्र में कुल 240 सीटें बढ़ाई गई हैं। बढ़ी हुई सीटों पर प्रवेश इसी सत्र 2023 में होगा।
बता दें कि कला संकाय में कोई बदलाव नहीं किया गया है। कला संकाय में 1056 सीटें पहले की तरह रहेंगी। सीटें बढ़ाने की मंजूरी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के निदेशक (शैक्षणिक) ने दे दी है। निदेशक ने कहा है कि इसी सत्र में वाणिज्य संकाय में पठन-पाठन शुरू हो जायेगा।
BSEB AN College ने इंटर साइंस में सीटें बढ़ाने के लिए आवेदन दिया था, इसके साथ ही वाणिज्य संकाय शुरू करने की अनुमति भी मांगी गई। कॉलेज प्रशासन का कहना था कि स्थानीय स्तर पर एडमिशन के लिए काफी दबाव है।
पहली बार वाणिज्य संकाय में पढ़ने की अनुमति मिली
कॉलेज को NAAC से A+ ग्रेड मिला है, इस वजह से यहां एडमिशन के लिए काफी भीड़ होती है। ऐसे में साइंस में अतिरिक्त सीटें और कॉमर्स में पढ़ाई शुरू करने की मांग की गई थी, जिसे कमेटी ने अनुमति दे दी है। कमेटी से अनुमति मिलने के बाद कॉलेज में खुशी का माहौल है।
प्राचार्य प्रो प्रवीण कुमार ने कहा कि पहले कॉलेज में इंटरमीडिएट स्तर पर वाणिज्य संकाय की पढ़ाई नहीं होती थी। पहली बार वाणिज्य की इजाजत दी गई है। पहले यहां स्नातक स्तर पर भी बीकॉम की पढ़ाई नहीं होती थी, लेकिन पिछले साल से यहां बीकॉम की पढ़ाई होने लगी है। अब कॉलेज में इंटरमीडिएट स्तर से कला, विज्ञान और वाणिज्य की पढ़ाई शुरू हो गयी है।
कक्षाओं के ब्लैक बोर्ड का होगा कालीकरण
आपको बता दें कि अब राज्य के सभी स्कूलों के क्लास रूम के ब्लैकबोर्ड काले किये जायेंगे। इसके लिए बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र जारी किया है। राज्य परियोजना निदेशक ने कहा है कि बड़े पैमाने पर स्कूलों के निरीक्षण के क्रम में यह पाया जा रहा है कि स्कूलों के क्लास रूम में ब्लैकबोर्ड लंबे समय तक काले रहने के कारण पढ़ने लायक नहीं है।
इस कारण 31 अगस्त 2023 तक सभी विद्यालयों में उपलब्ध राशि से आवश्यकतानुसार कक्षा कक्षों के ब्लैकबोर्ड को काला किया जायेगा।