बिहार बोर्ड अध्यक्ष ने वार्षिक मैट्रिक परीक्षा 2022 के लिए कुछ दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जिन्हें जानना छात्रों के लिए बेहद ही जरूरी है। यदि आप बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं के छात्र हैं, और इसी वर्ष 2022 में परीक्षा देने जा रहे हैं तो बिहार बोर्ड द्वारा जारी किये गए इस अहम गाइडलाईन को ये आर्टिकल अवश्य पढ़ें।
बिहार बोर्ड द्वारा जारी किये गए नए दिशा निर्देश के अनुसार 17 फरवरी से शुरू हो रहे मैट्रिक की वार्षिक परीक्षा के दौरान छात्रों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ फेस कवर यानि मास्क पहनना अनिवार्य हैं, बिहार बोर्ड ने अपने सभी स्कूलों के लिए वार्षिक परीक्षा के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. गाइडलाइंस के मुताबिक छात्रों को मास्क पहनकर परीक्षा केंद्र पर आना होगा।
बिहार बोर्ड वार्षिक मैट्रिक परीक्षा 2022 देने से पहले कई ऐसी अहम बातें हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में जानना आपके लिए अतिआवश्यक हैं। इसके साथ ही बोर्ड वार्षिक परीक्षा को लेकर बिहार बोर्ड ने क्या दिशा-निर्देश दिया हैं और कौन से नए नियम बनाए गए हैं, इन सभी बातों का जवाब आपको हमारे इसी पोस्ट में निचे मिल जायेगा, इसलिए आपसे अनुरोध हैं की इस पोस्ट को अंत तक अवश्य ही ध्यानपूर्वक पढ़ें।
इस बार परीक्षा देने जा रहे हैं तो जानिए नियम, गाइडलाइंस हैं सख्त
बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कुछ दिन पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि BSEB की वार्षिक परीक्षा में किसी भी हाल में देरी नहीं होगी। मैट्रिक की परीक्षाएं तय समय पर होंगी, ऐसे में कोरोना वायरस को देखते हुए सख्त दिशा-निर्देश भी जारी किए गए है। अगर इस साल आप भी बिहार बोर्ड की परीक्षा देने जा रहे हैं तो यह खबर आपके लिए ही है। परीक्षा देने से पहले कई अहम बातें हम आपको बताने जा रहे हैं। बिहार बोर्ड की ओर मैट्रिक की परीक्षा 17 फरवरी से आयोजित की जाएंगी। जिसके लिए एग्जाम में शामिल होने वाले छात्रों के लिए विभिन्न दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। नीचे एक पंक्ति में देखें जिसका आपको परीक्षा के दौरान सख्ती से पालन करना होगा। सख्ती ऐसी है कि इस बार अतिरिक्त आंसर शीट भी नहीं मिलेगी।
बिहार बोर्ड ने निर्देश दिया है कि मैट्रिक वार्षिक परीक्षा के दौरान पूरी तरह से कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराएं, एवं हर एक बेंच पर सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करते हुए अधिकतम 2 परीक्षार्थी ही बैठ सकेंगे। इसके साथ ही परीक्षा हॉल में प्रवेश से पहले परीक्षार्थियों और कर्मियों को मास्क लगाना अनिवार्य होगा।
इसके अलावा परीक्षा के दौरान प्रत्येक पाली में परीक्षा हॉल को सैनिटाइज करना भी अनिवार्य होगा। जो अभ्यर्थी मास्क पहनकर केंद्र नहीं पहुंचेंगे, उन्हें भी परीक्षा केंद्रों पर कुल अभ्यर्थियों की संख्या का पांच प्रतिशत सुरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं। जहां परीक्षा हॉल में जगह नहीं होगी, उम्मीदवारों को बरामदे पर बैठना होगा और जगह नहीं होने पर उन्हें टेंट और पंडाल लगाकर परीक्षा देनी होगी. बोर्ड ने सभी डीईओ को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी हाल में केंद्रों पर शारीरिक दूरी का पालन करना और मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
जिन अभ्यर्थियों को सर्दी-खांसी की शिकायत होगी, वे रुमाल लेकर परीक्षा केंद्र पर जरूर पहुंचेंगे और सभी केंद्रों पर परीक्षा शुरू होने से पहले प्रत्येक छात्र को हाथ धोए जाएंगे। किसी भी अभ्यर्थी के शरीर का तापमान सामान्य से अधिक होने पर उनके बैठने की अलग से व्यवस्था की जाएगी। परीक्षा केंद्र पर किसी भी तरह की भीड़ नहीं लगाने का निर्देश दिया गया है और परीक्षार्थियों को एक कतार में परीक्षा हॉल में प्रवेश दिया जाएगा।
बिहार बोर्ड ने सबसे पहले बताया था कि इस बार मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2022 में यदि कोई छात्र कदाचार करते हुए पकड़ा जाता है तो उसे परीक्षा से निष्कासित कर दिया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी जिले के डीएम की होगी। बिहार में 17 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा हो रही है जिसमें करीब 17 लाख उम्मीदवार हिस्सा लेंगे. दोनों परीक्षाओं का आयोजन बोर्ड के साथ-साथ पर्यवेक्षकों के लिए भी किसी चुनौती से कम नहीं है।
एक नजर में देखें दिशा-निर्देश
- परीक्षा के दौरान छात्रों को अतिरिक्त उत्तर पुस्तिका नहीं मिलेगी।
- ओएमआर शीट पर व्हाइटनर, रबड़, नाखून, ब्लेड आदि का प्रयोग करने पर ओएमआर रद्द हो जाएगा।
- किसी भी छात्र या छात्र को बिना मास्क के प्रवेश नहीं मिलेगा।
- परीक्षा शुरू होने के एक घंटे बाद तक किसी को भी बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
परीक्षा में मास्क पहनना जरूरी
बिहार बोर्ड की मैट्रिक की परीक्षा में बैठने के लिए मास्क पहनना बहुत जरूरी है। क्योंकि कोरोना का संक्रमण बहुत तेजी से बढ़ रहा है, इसे देखते हुए बिहार बोर्ड की ओर से यह निर्देश जारी किया गया है। सभी उम्मीदवारों को परीक्षा में बैठने से पहले मास्क पहनना अनिवार्य है।
कक्षा में जगह नहीं होगी तो बरामदे व पंडाल में बैठेंगे परीक्षार्थी
बिहार बोर्ड के आदेशानुसार परीक्षा केंद्र पर सोशल डिस्टेंस का सख्ती से पालन कराया जाएगा, ताकि मैट्रिक परीक्षा में शामिल हो रहे अभ्यर्थियों को कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सके। बिहार बोर्ड के मुताबिक एक बेंच के दोनों कोनों पर सिर्फ दो बच्चे ही बैठेंगे। उसके दो फीट पीछे दूसरी बेंच होगी, और इस बेंच पर एक छात्र बैठेगा। इसके बाद तीसरी बेंच पर दो छात्रों को अलग-अलग कोनो में बैठाया जाएगा।

और यही प्रतिक्रिया बिहार बोर्ड के प्रत्येक परीक्षा केंद्र में होगी। बिहार बोर्ड ने इसे डायग्राम में बनाकर सभी जिला शिक्षा कार्यालयों को पहले ही भेज दिया है। इसी क्रम में परीक्षार्थियों को सभी कक्षाओं में बैठाया जाएगा। किसी भी स्कूल में जगह की कमी होने पर परीक्षार्थियों को बरामदे में बैठाया जाएगा। इसके बाद भी जगह कम होने पर स्कूलों द्वारा पंडाल व टेंट लगाकर परीक्षा कराई जाएगी।

बिहार बोर्ड की मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2022 में शिक्षक दूसरे स्कूलों में जाकर देंगे ड्यूटी, प्रदेश भर में शिक्षकों की ड्यूटी भी बेतरतीब ढंग से लगाई गई है, बिहार बोर्ड के अनुसार प्रदेश भर से 50 हजार से अधिक शिक्षकों को परीक्षक बनाया गया है, हर जिला शिक्षा कार्यालय ने बेहतरीन तरीके से शिक्षकों की सूची निकाली है। इसी के आधार पर शिक्षकों को परीक्षा केंद्रों पर ड्यूटी दी गई है।
बिहार बोर्ड के अनुसार प्राथमिक से उच्च माध्यमिक स्तर तक के शिक्षकों को मैट्रिक परीक्षा में परीक्षक नियुक्त किया गया है। परीक्षक की शिफ्ट के अनुसार ड्यूटी में भी बदलाव किया जाएगा। परीक्षा केंद्र पर बदलेंगे परीक्षार्थी, हर पाली में बदलेंगे केंद्र अधीक्षक द्वारा शिक्षकों की ड्यूटी, इतना ही नहीं, बिहार बोर्ड मैट्रिक परीक्षा 2022 में परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा एप की मदद से होगी निगरानी। सभी केंद्र अधीक्षकों को परीक्षा एप डाउनलोड करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि कदाचार में किसी भी तरह की चूक न हो। ऐप डाउनलोड करने के बाद आपको इसे यूजर आईडी और पासवर्ड से एक्टिवेट करना होगा। बिहार बोर्ड द्वारा सभी केंद्र अधीक्षकों को यूजर आईडी और पासवर्ड उपलब्ध कराया जाएगा।
बीएसईबी 10वीं और 12वीं परीक्षा तिथि
बिहार बोर्ड मैट्रिक और इंटर की वार्षिक परीक्षा 2022 उसके पूर्व निर्धारित समय और तिथि के अनुसार ही आयोजित की जाएगी। आपको फिर से बता दे की, बिहार बोर्ड 12वीं का परीक्षा यह 1 फरवरी 2022 से शुरू होके 14 फरवरी 2022 तक होने वाली हैं, वहीं बिहार बोर्ड 10 वीं का परीक्षा यह 17 फरवरी 2022 से शुरू होगी और 24 फरवरी 2022 तक आयोजित किया जाएगा। बिहार बोर्ड ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के चलते राज्य के सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं, ऐसे में अभ्यर्थी अपनी तैयारी ऑनलाइन माध्यम से जारी रखेंगे।
कदाचार परीक्षा करने का कड़ा निर्देश
आपको बता दें कि अगर कोई भी छात्र अगर परीक्षा के दौरान चोरी करते पकड़ा जाता है, तो उसे दो हजार रुपये तक का जुर्माना या 6 महीने की जेल हो सकती है। या दोनों सजा एक साथ हो सकती है। बिहार बोर्ड के मैट्रिक के छात्रों को इस बार अलग-अलग नियमों का सामना करना पड़ेगा। वहीं, इस बार केंद्रों पर अलग तरीके से परीक्षा कराई जाएगी। आपको बता दें कि तब तक छात्रों को परीक्षा हॉल से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा, जब तक उस पेपर की परीक्षा समाप्त नहीं हो जाती।
इस बार होने वाली मैट्रिक की परीक्षा में उम्मीदवारों को पहले वस्तुनिष्ठ प्रश्नों यानी वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का उत्तर देना होगा। जिसके बाद आप सब्जेक्टिव सवालों यानी सब्जेक्टिव सवालों के जवाब दे पाएंगे। जिसकी उत्तर पुस्तिका वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को हल करने के बाद ही परीक्षा हॉल में छात्रों को दी जाएगी। बोर्ड सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार परीक्षार्थी 50 प्रतिशत वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर देने के बाद ही परीक्षा हॉल से बाहर निकल सकेंगे.
इस बार आंसर सीट में भी काफी बदलाव किए गए हैं।। आपको बता दें कि पहली और दूसरी पाली की परीक्षा में आपको अलग-अलग रंगों की उत्तर पुस्तिकाएं देखने को मिलेंगी। पहली पाली की परीक्षा में ओएमआर सीट और उत्तर पुस्तिका का रंग पीला होगा। जबकि दूसरी पाली में यह ब्लू कलर का होगा। ऐसा दोनों पालियों की परीक्षा अलग-अलग रखने और कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए किया जा रहा है। साथ ही छात्रों को अतिरिक्त ओएमआर सीट या उत्तर पुस्तिका नहीं दी जाएगी।
मैट्रिक की परीक्षा में कहां से पूछे जाएंगे प्रश्न
आप सभी को बता दें कि बिहार बोर्ड मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2022 में सभी प्रश्न NCERT के अनुसार ही पूछे जाएंगे, सभी प्रश्न पाठ्यक्रम के अनुसार ही पूछे जायेंगे। आपके सुविधा के लिए नीचे मैट्रिक परीक्षा के लिए बिहार बोर्ड जारी आधिकारिक मॉडल पेपर का लिंक दिया गया है जहां से आप एग्जाम में पूछे जाने वाले सवालों को पीडीएफ के साथ बड़ी ही आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
मैट्रिक की परीक्षा में वैक्सीन नहीं लेने वाले छात्र अलग बैठेंगे
स्वास्थ्य विभाग और बिहार बोर्ड की ओर से जारी गाइडलाइंस के मुताबिक सभी छात्रों के लिए वैक्सीन लेना बेहद जरूरी है। कोई भी परीक्षार्थी जिसने शायद टीका नहीं लिया हो, उन्हें अलग कमरे में बैठाया जाएगा। इसकी जानकारी बिहार बोर्ड पहले ही दे चुका है, तो सभी परीक्षार्थी जिन्होंने अभी तक वैक्सीन नहीं ली है। वह जल्द से जल्द टीका लगवाना सुनिश्चित करें, ताकि उन्हें परीक्षा में किसी प्रकार की परेशानी न हो।
मैट्रिक परीक्षाओं की सभी गतिविधियों का परीक्षा एप से प्रसारण किया जाएगा, उसी कोरोना का भी ध्यान रखा जा रहा है, इसलिए यदि किसी उम्मीदवार के शरीर का तापमान अधिक है, तो उसे अन्य छात्रों के साथ परीक्षा हॉल में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह तभी किया जाएगा जब आपके शरीर का तापमान 99.04 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो लेकिन ऐसे समय में छात्रों को बिल्कुल भी घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि ऐसे सभी छात्रों के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर अलग-अलग हॉल की व्यवस्था की गई है जिनका तापमान अधिक होगा। इसके अलावा परीक्षा से जुड़े सभी कर्मी यदि परीक्षक का तापमान अधिक आता है तो भी ऐसे लोगों को परीक्षा से दूर रखा जाएगा।

बिहार बोर्ड ने यह निर्देश सभी परीक्षा केंद्रों को भेजा है, कोविड-19 को देखते हुए बिहार बोर्ड ने 15 बिंदुओं पर दिशा-निर्देश जारी किए हैं, इस निर्देश के हर उत्तर का पालन किया जाएगा. परीक्षार्थी सबसे पहले मास्क लगाकर सेनेटाइजर के साथ प्रवेश करें। केंद्र पर शरीर के तापमान की जांच की जाएगी, कहीं भी थूकने और गंदगी फैलाने से बचें, खांसते और छींकते समय अपने मुंह पर रुमाल रखें, यह आपके सहयोगी कार्यकर्ता को कोरोना से बचाएगा। दिव्यांग उम्मीदवारों के साथ जाने वाले लेखक भी मास्क पहनकर आएंगे और उत्तर पुस्तिका और प्रश्न पत्र को छूने से पहले अपने हाथों को सैनिटाइज करेंगे।

साथ ही यह भी कहा गया है कि जिन लोगों को सर्दी-खांसी की शिकायत होगी, वे रूमाल लेकर परीक्षा केंद्र पर जरूर पहुंचेंगे और सभी केंद्रों पर परीक्षा शुरू होने से पहले हर छात्र को हाथ धोए जाएंगे। किसी भी अभ्यर्थी के शरीर का तापमान सामान्य से अधिक होने पर उनके बैठने की अलग से व्यवस्था की जाएगी। परीक्षा केंद्र पर किसी भी तरह की भीड़ न लगाने का निर्देश दिया गया है और परीक्षार्थियों को एक कतार में परीक्षा हॉल में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी।
परीक्षा हॉल में प्रत्येक बेंच पर अधिकतम दो उम्मीदवार बैठेंगे। एक बेंच से दूसरी बेंच के बीच की दूरी करीब 2 से 3 फीट रखी जाएगी। इसलिए, अब उम्मीदवारों को इन बातों का अच्छी तरह से ध्यान रखना चाहिए और साथ ही कदाचार का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए।
परीक्षा में ऐसे मिलेगा प्रवेश
इस बार बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा 17 फरवरी 2022 से शुरू होने जा रही है और चूंकि यह परीक्षा कोरोना काल में हो रही है। तो इस संबंध में कुछ गाइडलाइंस भी जारी की गई हैं, यह गाइडलाइन दो कारणों से जारी की गई है क्योंकि इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि कहीं कोरोना का संक्रमण न हो और दूसरा, बिहार बोर्ड ने इसके लिए कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए कुछ तैयारी की है।
बिहार बोर्ड की परीक्षा को लेकर कुछ दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं, हम आपको गाइडलाइंस भी बताएंगे, लेकिन उससे पहले आपको एक खुशखबरी बता दें, अगर इस बार आपके एडमिट कार्ड में कोई दिक्कत आती है तो बिहार बोर्ड ने कुछ आसान तरीके बताए हैं जिनके जरिए आप परीक्षा में बैठने की इजाजत ले सकते हैं. परीक्षा हॉल। कुछ ऐसे दस्तावेज बिहार बोर्ड ने कहा है कि अगर किसी भी तरह से आपके एडमिट कार्ड में कोई त्रुटि होगी, तो इसका मतलब है कि अगर आपके फोटो में कोई समस्या है, या आपके नाम की स्पेलिंग में कोई समस्या है और इस तरीके से अगर आपको परीक्षा हॉल में उपस्थित होना है।
अगर आपको जाने की अनुमति नहीं मिल रही है, तो आपको बस कुछ दस्तावेज अपने साथ ले जाने होंगे और उस स्कूल के प्रिंसिपल से उसका सत्यापन कराना होगा। और फिर जिस अधिकारी की ड्यूटी परीक्षा हॉल में होगी, जब उनका मिलान किया जाएगा तो परीक्षा हॉल में जाने की अनुमति दी जाएगी। मैं आपको उस दस्तावेज के बारे में बताता हूं जो आपके पास होना चाहिए। वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, पासपोर्ट और फोटो के साथ बैंक पासबुक, अगर आपके पास इनमें से कोई भी दस्तावेज है तो उन्हें दिखाकर आप बिहार बोर्ड की परीक्षा में भी बैठ सकते हैं.
New Guideline For Bihar Board 2022 Exam
- परीक्षा केंद्र पर पहुंचने से पहले आपको अपना प्रवेश पत्र अपने साथ रखना होगा अन्यथा आपको परीक्षा देने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
- इस बार परीक्षा केंद्र पर थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की जाएगी, जिसमें आपके तापमान और लक्षणों की भी जांच की जाएगी, अगर आपको किसी भी तरह के लक्षण नजर आते हैं तो उसके लिए अलग से कदम उठाए जाएंगे।
- हर परीक्षा केंद्र पर एक अलग कमरा बनाया गया है, जिसमें छात्रों को किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देंगे, उन्हें सभी छात्रों से अलग उस कमरे में बैठाया जाएगा।
- आपको हर दिन 45 मिनट पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा।
- परीक्षा केंद्र पर पहुंचने से पहले चेहरे पर मास्क लगाना जरूरी है, नहीं तो परीक्षा केंद्र के अंदर नहीं जाने दिया जाएगा।