अगले साल यानी 2025 में बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड मैट्रिक-इंटर की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए BSEB Sent Up Exam 2024 लेगा, Bihar School Examination Board ने इसे लेकर निर्देश जारी किया है।
आपको बता दें कि डीईओ बीएसईबी को दिए निर्देश में कहा गया है कि स्कूल अपनी सुविधा के अनुसार Bihar Board Sent Up Exam Timetable नहीं बनाएंगे। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति तिथि और विषयवार शेड्यूल ही जारी करेगा।
सेंटअप परीक्षा का प्रश्न पत्र बोर्ड देगा
अक्टूबर में होगा सेंट अप की परीक्षा, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जिला शिक्षा अधिकारियों को भेजे गए पत्र के अनुसार सेंटअप परीक्षा का प्रश्नपत्र बोर्ड द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा, बाद जिला शिक्षा अधिकारी स्कूल प्राचार्यों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराएंगे।
BSEB Patna ने यह भी निर्देश दिया है कि किसी भी परिस्थिति में प्रश्नपत्र लीक नहीं होना चाहिए, अन्यथा इसके लिए स्कूल के प्राचार्य जिम्मेदार होंगे।
इसमें 30 लाख से ज्यादा विद्यार्थी शामिल होंगे
बोर्ड के मुताबिक 30 लाख से ज्यादा छात्र परीक्षा में शामिल होंगे। इसमें करीब 17 लाख मैट्रिक और करीब 13 लाख इंटरमीडिएट के छात्र शामिल हैं।
सेंटअप परीक्षा के बाद सभी स्कूलों को अपना रिजल्ट जिला शिक्षा कार्यालय को भेजना होगा। जिला शिक्षा कार्यालय को सभी स्कूलों का रिजल्ट बिहार बोर्ड को भेजना है।
BSEB Matric Inter Sent Up Exam | BSEB Sent Up Exam
- वार्षिक परीक्षा, 2025 हेतु सेंट अप परीक्षा विद्यालय स्तर पर आयोजित की जायेगी, जिसमें छात्रों को उपस्थित होना अनिवार्य है।
- सेंट अप परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों को ही वार्षिक परीक्षा, 2024 में शामिल होने के लिए ऑनलाइन प्रवेश पत्र जारी किया जाएगा।
- यदि कोई छात्र सेंट अप परीक्षा में शामिल नहीं होता है या अनुत्तीर्ण हो जाता है, तो ऐसे छात्रों को वार्षिक परीक्षा, 2025 में शामिल होने से वंचित कर दिया जाएगा।
- कृपया ध्यान दें, पूर्व, कंपार्टमेंटल, एकल विषय अंग्रेजी और उन्नत श्रेणी के छात्रों को सेंट अप परीक्षा में शामिल होने की आवश्यकता नहीं है।
अब तक BSEB Sent Up Exam 2024-25 की तारीख जारी करता था और स्कूल अपनी सुविधा के अनुसार शेड्यूल बनाकर परीक्षा लेता था। सेंट-अप का प्रश्न पत्र बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से आता था, लेकिन स्कूल द्वारा अपनी परीक्षा आयोजित करने के कारण न तो प्रश्न पत्र और न ही परीक्षा को गुप्त रखा जाता था, हर दिन प्रश्नपत्र आउट होता था।