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आज हम इस पोस्ट के माध्यम से हिंदी वर्णमाला Hindi Varnamala के बारे में जानने वाले है, भाषा शब्द भारतीय संस्कृत के ‘भाष’ शब्द से बना हुआ है, भाषा का असली मतलब बोलना है भाषा सार्थक इकाई वाक्य है। पात्रों को व्यवस्थित करने के लिए समूह को वर्णमाला (Hindi Varnamala) कहा जाता है, हिंदी में उच्चारण के आधार पर 45 अक्षर हैं। ये 10 स्वर और 35 व्यंजन हैं। लेखन के आधार पर 52 अक्षर हैं, 13 स्वर, 35 व्यंजन और 4 संयुक्त व्यंजन हैं।
तो आज की इस पोस्ट में, हम Hindi Varnamala के बारे में सब कुछ पढ़ेंगे जैसे हिंदी वर्णमाला क्या हैं, Varnmala Kise Kahate Hain, वर्णमाला क्या हैं, Varnmala In Hindi, Varnmala Hindi, हिंदी में कितने अक्षर हैं, Hindi Varnmala Mein Kitne Varn Hote Hain, स्वर और व्यंजन क्या हैं और कितने स्वर हैं, Hindi Varnamala Swar,
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Hindi Varnamala Kise Kahate Hain | Vyanjan Kitne Hote Hain
प्रिय दोस्तों, इस महत्वपूर्ण पोस्ट पर आपकाहार्दिक स्वागत है। हिंदी भाषा एक बहुत ही प्रचलित और काफी लोकप्रिय भाषा है जिसे भारत, बांग्लादेश, नेपाल और पाकिस्तान आदि में बोली जाने वाली भाषा हैं, साथ ही एशिया के देशों में समझे जाने वाला भाषा हैं। वास्तव रूप से हिंदी भाषा अपने देश हिंदुस्तान / भारत में बोली जाने वाली मुख्य भाषा है, और हिंदी भाषा भारत देश का राष्ट्रीय भाषा भी हैं, और साथ ही ये हिंदुस्तान के हर राज्य में समझी और बोली जाने वाली भाषा है।
आज हम आपको इस पोस्ट में हिंदी भाषा की सभी महत्वपूर्ण जानकारी देने जा रहे हैं, जिसे हम हिंदी वर्णमाला (Varnamala In Hindi) या हिंदी वर्णमाला (Hindi Varnamala) के नाम से जानते हैं।
देश दुनिया में अरबों लोगो द्वारा हज़ारों भाषाएँ बोली एवं समझी जाती है, और प्रत्येक भाषा बोलने और लिखने के कुछ नियम कायदे होते हैं। इन नियम को हम ग्रामर और हिन्दी में व्याकरण (Varnamala In Hindi) के अंतर्गत पढ़ते हैं।
अगर हम व्याकरण की परिभाषा बताएं तो, किसी भी भाषा को एकदम शुद्ध शुद्ध लिखने और बोलने एवं पढने की तरिके को हम व्याकरण और अंग्रेजी में ग्रामर कहते हैं। हम अभी आपको अंग्रेजी ग्रामर के बारे में इसलिए बता रहे हैं, क्यूंकि अभी जो हम वर्णमाला (Hindi Varnamala) के बारे में पढने वाले हैं ये भी हिन्दी व्याकरण के अंतर्गत आता है।
आपको शायद याद ही होगा, जब हम बचपन में स्कूल जाना शुरू करते हैं, तो शुरू में हमे हिन्दी वर्णमाला (Hindi Varnamala) और इंग्लिश वर्णमाला ही पढ़ाया जाता है ताकि हम पढ़ना, लिखना और बोलना सीखें। पर ग्रामर के दृष्टि से उस समय हमे हिन्दी वर्णमाला (Hindi Varnmala) तो पढ़ा दी जाती है पर वो आधी अधूरी होती है।
वर्ण क्या होता हैं? (Varn In Hindi)
वर्ण उन मूल ध्वनि को कहते है, जिनका टुकड़ा, विभाजन या खण्ड नहीं किया जा सकता हैं। वर्ण मूल रूप से वर्ण वे चिन्ह होते हैं जो हमारे मुंह से निकली ध्वनियों / आवाजों के लिखित रूप हैं, या दुसरे शब्दों में, हमारे मुंह से निकली ध्वनियों एवं शब्दों को लिखने में इस्तेमाल किये जाने वाले चिन्ह को ही वर्ण और इंग्लिश में Letter कहते हैं।
वह छोटी से छोटी ध्वनियाँ जिनके और टुकड़े नही किये जा सकते हैं, उसे ही वर्ण कहा जाता हैं। हिन्दी भाषा में वर्ण को हम अक्षर के नाम से भी जानते हैं।
वर्णमाला किसे कहते हैं? (Hindi Alphabets)
अगर आसान शब्दों में कहा जाये तो वर्णों या अक्षरों के समूह को ही वर्णमाला कहा जाता हैं। जैसे की इसके शब्द के नाम से ही पता चल रहा है की, वर्ण+माला मानी वर्णों की माला या समूह मिलकर वर्णमाला बनते हैं।
ऊपर सभी वर्णों का व्यवस्थित समूह दिया गया है जो की वर्णमाला कहलायेगा। हर एक भाषा के अपने अलग अलग एक वर्णमाला या अल्फाबेट्स होते हैं जिसमे वर्णों यानि अक्षरों (Letters) का व्यवस्थित समूह होता है।
वर्णों के व्यवस्थित समूह या यूँ कहे के जब कुछ वर्णों को एक साथ लाया जाता हैं, तो उसको ‘वर्णमाला’ कहते है। हिंदी में उच्चारण के मुताबिक 45 वर्ण (10 स्वर +35 व्यंजन) एवं लेखन के मुताबिक 52 वर्ण (13 स्वर +35 व्यंजन + 4 संयुक्त व्यंजन) होते हैं। हिंदी भाषा के उच्चारण के मुताबिक इसमें 45 वर्ण होते हैं। इनमें कुल 10 स्वर एवं 35 व्यंजन होते हैं।
Varna Kitne Prakar Ke Hote Hain
उच्चारण के आधार पर, वर्णमाला को दो प्रकार में विभाजित किया गया है।
यहाँ हिंदी वर्णमाला है जो हमें बचपन में स्कूल में पढ़ाई जाती है, लेकिन हमारे लिए यह जानना पर्याप्त नहीं है। आइये जानते हैं कि ये हिंदी अक्षर या हिंदी अक्षर क्या हैं? और हिंदी वर्णमाला के अक्षर यानी अक्षर क्या हैं? और इनकी कुल संख्या कितनी है, स्वर क्या है और उनकी संख्या क्या है, व्यंजन क्या है और उनकी संख्या कितनी है। आदि क्योंकि व्याकरण के संदर्भ में, यह जानना बहुत जरूरी है।
हिन्दी भाषा में आमतौर पर वर्णों का वर्गीकरण, उच्चारण स्थान या यूँ बोले की, हमारे मुंह में अलग अलग भाग होते हैं। जैसे की, कंठ, तालू, होंठ एवं जुबान / चिभ हैं इत्यादि के आधार पर और वर्णों के उच्चारण की पद्धति, प्रकृति के आधार पर किया जाता है।
वर्णों के मुख्यतः दो भेद होते हैं, पहला स्वर होता हैं, जिसे इंग्लिश में Vowel भी कहते हैं। और दूसरा व्यंजन होता हैं, जिसे इंग्लिश मे Consonant कहते हैं। दुनिया के सभी भाषा को लिखने के लिए एक लिपि होती हैं। उदाहरण के लिए बताएं तो अंग्रेजी भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है। तो वहीं हिन्दी भाषा देवनागरी लिपि में लिखी जाती है।
अब चूँकि सभी भाषाओँ का अलग अलग लिपि होता है, इसलिए इनके वर्णमाला और वर्णमाला में वर्णों और व्यंजन की संख्या भी अलग अलग ही होती है।
हिंदी स्वर कितने होते हैं? Swar In Hindi | Hindi Swar
स्वर उन वर्णों को कहा जाता होते हैं, जिनके उच्चारण में अन्य वर्णों का प्रयोग नहीं किया जाता हैं। बल्कि ये व्यंजन वर्णों के मुख्य सहायक होते हैं। दूसरों शब्दों में अगर कहे तो, वो सभी वर्णों अथवा अक्षरों के उच्चारण में हवा या यूँ बोले की, हवा हमारे मुंह से बिना किसी रुकावट या अवरोध के बाहर निकलती है, तो उन सभी वर्णों को स्वर कहते हैं।
हिंदी स्वर में कुल 13 स्वर होते हैं, जो की. अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, (ऋ), ए, ऐ, ओ, औ, (अं), (अ:), कुल = 10+3 = 13.
ऊपर दिए सभी 13 सभी वर्ण स्वर कहलाते हैं, एवं इन वर्णों का उच्चारण करके भी आप अगर गौर करेंगे तो आप समझेंगे की वर्णों यानि स्वर के उच्चारण में वायु या साँस हमारे मुंह से बिना किसी रोक के बाहर निकलती है।
स्वर की परिभाषा | Definition Of Swar
‘स्वर’ नामक पात्रों को स्वतंत्र रूप से बोले जाने वाले वर्णों को कहा जाता है। उन्हें किसी अन्य वर्णों की मदद से उच्चारण किया जाता है।
- ह्स्व स्वर (मूल स्वर): अ, इ, उ, ऋ (संख्या = 4)
- दीर्घ स्वर: आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ (संख्या = 7)
- आगत स्वर: आ प्लुत स्वर – जय श्री राम, हे प्रभु
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स्वरों का वर्गीकरण | मात्रा या उच्चारण — काल के आधार
- ह्स्व स्वर: उन सभी उच्चारण में कम से कम (एक मात्रा का समय) लगता है, तो वो ह्स्व स्वर कहलाते है, हस्व स्वर चार सम्मिलित है — अ, इ, उ, ऋ (इनको मूल स्वर भी कहते है)।
- दीर्घ स्वर: उन सभी उच्चारण में ह्स्व स्वर से अधिक समय लगता है, वो सभी दीर्घ स्वर कहलाते है. इनकी कुल संख्या 7 है, जैसे की — आ, ई, ऊ, ए, ऐ ओ, औ।
- प्लुत स्वर: उन सभी स्वरों के उच्चारण में दीर्घ स्वरों से भी अधिक समय लगता है वो प्लुत स्वर कहलाते है जैसे की — हे प्रभु, जय श्री राम।
जीभ के उपयोग के मुताबिक
- अग्न स्वर: जिन स्वरों के उच्चारण में जुबान / जीभ का अग्न भाग काम करता है, वो अग्न स्वर कहलाते है. जैसे की — इ, ई, ए, ऐ।
- मध्य स्वर: जुबान / जीभ का मध्य भाग इसमें काम करता है. जैसे की — अ (हिंदी में ‘अ’ स्वर केन्द्रीय स्वर है)।
- पश्च स्वर: उच्चारण में जुबान / जीभ का पश्च भाग काम करता है. जैसे की — आ, उ, ऊ, ओ, औ, अं, अ:।
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ओंठों की स्थिति के मुताबिक
- अव्रतमुखी: जिन स्वरों के उच्चारण में ओंठ व्र्तामुखी या गोलाकार नहीं होते है, जैसे की — अ, आ, इ, ई ए, ऐ।
- व्रतामुखी: जिन स्वरों के उच्चारण में ओंठ वृत्तमुखी या गोलाकार होते है जैसे की — उ, ऊ, ओ, औ, अं।
मुँह के खुलने के मुताबिक
- विव्रत: जिन स्वरों के उच्चारण में पूरा मुँह खुलता है, जैसे की — आ।
- अर्ध: विव्रत: जिन स्वरों के उच्चारण में आधा मुँह खुलता है जैसे की — अ, ए, औ, अं।
- संवृत: जिन स्वरों के उच्चारण में मुख सबसे कम खुलता है जैसे की — इ, ई, उ, ऊ।
- अर्ध संवृत: जिन स्वरों के उच्चारण में मुख-द्वार आधा बंद रहता है जैसे की — ए, ओ।
हवा के मुँह और नाक से निकलने के मुताबिक
- निरनु नासिक (मौखिक स्वर): जिन स्वरों के उच्चारण में हवा केवल मुहं से निकलती है जैसे की — अ, आ, इ आदि)।
- अनुनासिक स्वर: जिन स्वरों के उच्चारण में हवा मुहं के साथ साथ नाक से भी निकलती है जैसे की — अं, अ:, इ, आदि)।
हिंदी व्यंजन कितने होते हैं | Hindi Vyanjan Kitne Hote Hain
ऊपर हमने आपको हिन्दी वर्णमाला और वर्णमाला में स्वर तथा व्यंजन के अंतर् के बारे बताया। और साथ में ये भी बताया की, कितने स्वर और कितने व्यंजन होते हैं। अब आइये अब हम आपको Hindi Varnamala Chart के बारे में बताते हैं।
वो सभी वर्णों जो बिना किसी स्वरों की मदद के बिना उच्चारण नहीं होते हैं, एवं उन सभी वर्णों के उच्चारण में वायु या साँस हमारे मुंह से अबाध गति से बाहर नहीं निकलती है, बल्कि रुकावट और घर्षण के साथ निकलती है उन्हें व्यंजन कहते हैं।
अगर आप सभी व्यंजनों का उच्चारण करने पे गौर करेंगे, तो पाएंगे की इनका उच्चारण हमेशा स्वर की मदद से ही किया जाता है यानि इनके उच्चारण में स्वर वर्ण भी समिलित होते हैं। क से लेकर ज्ञ तक के सभी वर्ण व्यंजन कहलाते हैं।
उदाहरण के लिए अगर आप “क” लिखते हैं, तो भले ही ये देखने में स्वतंत्र वर्ण या अक्षंर लग रहा है पर इसके उच्चारण में “अ” वर्ण छुपा हुआ है यानि क, क+अ। इसी तरह से, ख, ख+अ, ग, ग+अ इत्यादि। व्यंजन वर्गों में लिखे गए हैं, ऊपर हिंदी वर्णमाला चार्ट (Hindi Alphabets Chart) में आप यह भी देखेंगे कि वे विभिन्न खंडों में लिखे गए हैं, हालांकि वर्गों का नाम चार्ट में नहीं लिखा गया है।
हिंदी व्यंजन में कुल 36 व्यंजन होते हैं, जो की. क, ख, ग, घ, ड, च, छ, ज, झ, ञ, ट, ठ, ड़, ढ, ण (द्विगुण व्यंजन: ड़ ढ), त, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ, म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह, क्ष, त्र, ज्ञ, श्र, कुल = 33+(3) = 36.
इस वर्णमाला को देवनागरी वर्णमाला या नागरी वर्णमाला भी कहा जाता है।, क+ष = क्ष, त+र = त्र, ज+अ = ज्ञ, श+र = श्र
Vyanjan Ke Kitne Bhed Hote Hain | Vyanjan Kitne Prakar Ke Hote Hain
बहुत सारे दोस्त जानना चाहते हैं की, Vyanjan Ke Kitne Bhed Hote Hain तो हम आपको बता दें की, Vyanjan के मुख्यतः से 3 प्रकार के होते हैं।
व्यंजन के कितने भेद होते हैं
इन 3 व्यंजन के अलावें भी दो प्रकार के और व्यंजन होते हैं।
4. उत्क्षिप्त व्यंजन / द्विगुण
5. संयुक्त व्यंजन
1) अन्तःस्थ व्यंजन
जिन वर्णों का उच्चारण स्वरों एवं व्यंजनों के बीच स्थित हो, उन्हें अन्तःस्थ व्यंजन कहते हैं। अन्तःस्थ व्यंजन 4 होते हैं। जो की — य, र, ल, व।
2) स्पर्शी व्यंजन
वो सभी वर्णों जिनके उच्चारण में मुंह किसी विशेष पार्ट्स जैसे- (तालु, कंठ, मूर्धा, दांत एवं होंठ) आदि से स्पर्श होता है। तो उन्हें स्पर्शी व्यंजन कहते हैं। स्पर्शी व्यंजन “क से म” तक होते हैं, इनकी कुल संख्या 25 होती है, जिन्हें कुल 5 वर्गों में बाटा गया है। जो के निचे दिया गया हैं।
स्पर्शी व्यंजन के प्रकार
- (कंठ) क वर्ग — क ख ग घ ङ।
- (तालु) च वर्ग — च छ ज झ ञ।
- (मूर्धा) ट वर्ग — ट ठ ड ढ ण।
- (दांत) त वर्ग — त थ द ध न।
- (होठ) प वर्ग — प फ ब भ म।
3) उष्म / संघर्षी व्यंजन
वो सभी व्यंजनों जिनके उच्चारण में हवा या यूँ कहे की मुंह में किसी स्थान पर घर्षण खा कर ऊष्मा पैदा होती है, उन्हें उष्म व्यंजन कहते है। उष्म व्यंजन 4 होते हैं — श, ष, स, ह।
4) उत्क्षिप्त व्यंजन / द्विगुण
वो सभी वर्णों जिनके उच्चारण में जीभ उपर उठकर मूर्धा को स्पर्श करके तुरंत ही नीचे आ जाए, उन्हें द्विगुण व्यंजन कहते हैं। यह दो होते हैं — ड़ और ढ।
5) संयुक्त व्यंजन
वो सभी वर्णों जो दो व्यंजनों से मिलकर बने व्यंजन को संयुक्त व्यंजन कहते हैं। संयुक्त व्यंजन की कुल संख्या 4 होती है। जो की — क्ष, त्र, ज्ञ, श्र होते हैं।
How Many Letters In Hindi Alphabet
क्या आप खोज रहे हैं कि हिंदी वर्णमाला में कितने अक्षर (How Many Letters In Hindi Alphabet) हैं? वर्णमाला एक निश्चित क्रम में अक्षरों का समूह है जो किसी हिंदी भाषा के शब्दों को लिखने और बोलने के लिए उपयोग किया जाता है जिसे हिंदी वर्णमाला कहा जाता है।
उच्चारण के आधार पर, हिंदी वर्णमाला में 45 अक्षर हैं। जब लिखा जाता है, तो अक्षर की संख्या 52 होती है। इन दो आधारों के बीच का अंतर 7 अक्षर है। 7 वर्णमालाओं में से 3 अतिरिक्त स्वर और 4 संयुक्त व्यंजन हैं। ऋ, अं और अ: अतिरिक्त स्वर हैं। क्ष त्रयान और श संयुक्त व्यंजन हैं।
हिंदी वर्णमाला में अक्षर
- 13 Vowels: अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, ऋ, अं (Anusvara), अ: (Visarg) = 10+3 = 13.
- 33 Consonants: क, ख, ग, घ, ड़, च, छ, ज, झ, ञ, ट, ठ, ड, ढ, ण, त, थ, द, ध, न, प, फ, ब, भ, म, य, र, ल, व, श, ष, स, ह.
- 4 Combined Consonants: क्ष, त्र, ज्ञ, श्र.
- 2 Binary Consonant: ड़, ढ़.
Number Of Hindi Alphabets
7 हिंदी भाषा में 52 अक्षर हैं जिनमें से 11 स्वर हैं और 41 व्यंजन हैं।
(1) Vowels in Hindi
स्वर को हिंदी में स्वार (स्वरूप) भी कहा जाता है, इसे ‘स्वान’ के रूप में और ‘अर्जेन्टीना’ में ‘अर’ के रूप में उच्चारित किया जाता है। हिंदी के 11 स्वर उनके उच्चारण के साथ हैं;
Hindi Alphabets | Vowel (स्वर)
अ | आ | इ | ई | उ |
ऊ | ऋ | ए | ऐ | ओ |
औ | अं | अ: |
- अ (a) pronounced as A in Argentina
- आ(aa) pronounced as A in All
- इ(e) pronounced as E in English
- ई(ee) pronounced as Ee in Eel
- उ(u) pronounced as U in Julu
- ऊ(oo) pronounced as 00 in Wood
- ए(a) pronounced as A in Apple
- ऐ(ai) pronounced as A in Cat
- ओ(o) pronounced same as English alphabet O
- औ(au) pronounced as word Ow
(2) Consonants in Hindi
व्यंजन को हिंदी में व्यंजन (व्यंजन) भी कहा जाता है, इसे eng व्यंग्यन ’के रूप में उच्चारित किया जाता है। हिंदी भाषा के 41 व्यंजन उनके उच्चारण के अनुसार हैं;
Hindi Alphabets | Consonant (व्यंजन)
क | ख | ग | घ | ङ |
च | छ | ज | झ | ञ |
ट | ठ | ड | ढ | ण, ड़, ढ़ |
त | थ | द | ध | न |
प | फ | ब | भ | म |
य | र | ल | व | श |
ष | स | ह | क्ष | त्र |
ज्ञ |
वर्ण स्वर और वर्ण व्यंजन में क्या अंतर हैं?
स्वर्ण और व्यंजन की परिभाषा के अनुसार, हम कह सकते हैं कि स्वरों के उच्चारण में वायु हमारे मुंह से बिना किसी अवरोध के निकलती है और साथ ही किसी व्यंजन की सहायता से उनका उच्चारण किया जाता है।
जबकि दूसरा और व्यंजन वे वर्ण हैं जिनके उच्चारण में हवा हमारे मुंह से अवरोध और टकराव के साथ बाहर निकलती है और स्वरों के उपयोग के बिना उच्चारण नहीं किया जा सकता है।
FAQ: Hindi Varnamala Alphabets (हिन्दी वर्णमाला)
Que: हिंदी वर्णमाला (Hindi Varnamala) क्या है?
Ans: हिन्दी में सभी वर्णों या अक्षरों जब एक समूह में होते हैं, तो वर्णमाला कहते हैं। वर्ण का मुख्यत मानी होता हैं, सबसे छोटी ध्वनी और माला का मतलब है समूह। इस प्रकार वर्णमाला का मानी हुवा वर्णों का समूह।
Que: हिन्दी वर्णमाला में कितने व्यंजन तथा कितने स्वर होते हैं?
Ans: हिंदी वर्णमाला में बोली के आधार पर कुल 45 वर्ण हैं, जिसमें 10 स्वर और 35 व्यंजन शामिल हैं, और लेखन के आधार पर कुल 52 वर्ण हैं जिनमें 13 स्वर, 35 व्यंजन और 4 संयुक्त व्यंजन शामिल हैं। ।
Que: हिंदी वर्णमाला में व्यंजन क्या है?
Ans: वे सभी वर्ण जिनके उच्चारण में हवा हमारे मुंह से रुकावट या अवरोध से बाहर निकलती है, उन्हें ही व्यंजन कहा जाता है जैसे- क, ख, ग, घ, ड़, च, छ, ज, इत्यादि।
Que: हिन्दी वर्णमाला में Vowel क्या है?
Ans: जिन अक्षरों या वर्णों में हवा बिना किसी रुकावट या रुकावट के हमारे मुंह से निकलती है, उन्हें स्वर कहते हैं। या दूसरे शब्दों में स्वर वे वर्ण हैं जिनका उच्चारण किसी अन्य अक्षर की सहायता से नहीं लिया जाता है।
Last Word:
तो दोस्तों, इस पोस्ट में हमने हिंदी वर्णमाला Hindi Varnamala के बारे में विस्तार से पढ़ा। हमने देखा है कि हिंदी वर्णमाला क्या है, varno ke vyavasthit samuh ko kya kahate hain, varnamala in hindi, हिंदी वर्णमाला में कितने अक्षर होते है, अक्षर क्या है Hindi Akshar, स्वर (Swar In Hindi) Hindi Sawr, और व्यंजन (Hindi Vyanjan)।
दोस्तों, यह हमारा मामला है कि किसी भी विषय में आप लोगों को विस्तार से और बहुत ही उम्मीद भरे शब्दों में समझा सकते हैं, यही कारण है कि इस पोस्ट में भी हमने हिंदी वर्णमाला के बारे में बहुत उम्मीद के साथ समझाने की कोशिश की है।
आप हिंदी बोलना चाहते हैं या हिंदी में कुछ लिखना चाहते हैं, हमें वर्णमाला का उपयोग करना चाहिए क्योंकि हिंदी वर्णमाला (Alphabet Hindi Varnamala) के अक्षरों का उपयोग करके बनाई गई है, इसलिए हम सभी को इसके बारे में पता होना चाहिए। हिंदी वर्णमाला (how many letters in hindi), हिंदी में वर्णमाला, हिंदी बरखाड़ी, अक्षर इन हिंदी से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर भी बताए गए हैं।
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