केके पाठक द्वारा परीक्षा में शामिल होने के लिए 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य किये जाने के बाद स्कुल, विश्वविद्यालय परिसर और संबद्ध महाविद्यालयों में हलचल मच गयी है। हर स्कुल एवं कॉलेज में छात्र ही छात्र नजर आ रहे हैं। स्कुल एवं कॉलेजों की बात करें तो आदेश के बाद छात्रों की उपस्थिति में 40 से 60 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
स्कूल-कॉलेजों के कैंपस आजकल छात्रों की आवाजाही से गुलजार रहते हैं, नजारा बदलता नजर आ रहा है। माध्यमिक, इंटर से लेकर पीजी तक के सभी छात्र क्लास अटेंड करने के लिए कैंपस में आने लगे हैं। स्नातक और पीजी की कक्षाएं अंगीभूत कॉलेजों के शिक्षक लेते हैं, लेकिन शिक्षकों और कक्षाओं की कमी के कारण इंटरमीडिएट के अधिकांश विषयों की कक्षाएं नहीं लगती हैं।
शिक्षा विभाग की सख्ती के कारण छात्र 75 प्रतिशत उपस्थिति पूरी करने के लिए कॉलेज आ रहे हैं, लेकिन संसाधनों की कमी के कारण कक्षाओं का संचालन ठीक से नहीं हो पा रहा है।
75% उपस्थिति के बाद ही बोर्ड की परीक्षा में शामिल होंगे मैट्रिक व इंटर के स्टूडेंट्स
Bihar School Examination Board ने भी अब स्कूलों में 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य कर दी है। मैट्रिक और इंटर 2024 की परीक्षा में वही छात्र शामिल होंगे, जिनकी उपस्थिति 75 फीसदी होगी। इस संबंध में बिहार बोर्ड ने सभी जिलाधिकारियों, क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशकों, जिला शिक्षा कार्यालय और प्राचार्यों को सूचित कर दिया है। सीबीएसई और आईसीएसई में यह पहले से ही अनिवार्य है।
आपको बता दें कि अभी तक BSEB 10th Exam और BSEB 12th Exam की परीक्षा में शामिल होने के लिए स्कूल में उपस्थिति अनिवार्य नहीं थी। छात्र स्कूल आएं या न आएं, उन्हें बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का मौका मिला। छात्रों को केवल मैट्रिक और इंटर की सेंटअप परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य था, लेकिन अब बिहार बोर्ड ने 9वीं से 12वीं कक्षा तक स्कूल जाना अनिवार्य कर दिया है।
BSEB Bihar Board Patna के मुताबिक, मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा में वही बच्चे शामिल हो सकेंगे, जिनकी उपस्थिति जनवरी की शुरुआत तक 75 फीसदी होगी, आपको बता दें कि बोर्ड परीक्षाएं फरवरी में शुरू होती हैं। योजनाओं का लाभ लेने के लिए 75 फीसदी उपस्थिति जरूरी है. मुख्यमंत्री साइकिल योजना, मुख्यमंत्री पोशाक योजना, मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री किशोरी स्वास्थ्य योजना आदि के लिए कक्षा 9 में 75% उपस्थिति अनिवार्य है। जिन छात्रों की उपस्थिति 75 प्रतिशत नहीं है, उन्हें योजना का लाभ नहीं मिलता है। बिहार बोर्ड के मुताबिक योजना का लाभ पाने के लिए छात्रों की 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य है, इसलिए बोर्ड परीक्षा के लिए भी यह नियम लागू किया गया है।