अगर आप इंटरनेट पर संयुक्त व्यंजन के बारे में खोज रहे हैं। अथवा Sanyukt Vyanjan Kitne Hote Hain के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करने में इक्छुक हैं फिर आप एकदम उचित पोस्ट पढ़ने जा रहे हैं। आज हम आपको इस पोस्ट में Sanyukt Vyanjan Kise Kahate Hain के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करने की हर सम्भव प्रयास करेंगे।
संयुक्त व्यंजन उन वर्णों को कहा जाता हैं, जो व्यंजन दो अथवा दो से ज्यादा व्यंजनों के मिलकर बनते हैं। उन वर्णों को संयुक्त कहा/बोला जाता हैं।
हम आपको बता दें की, संयुक्त व्यंजन भी व्यंजन का ही एक प्रकार हैं। इसके साथ ही आपको ये भी बताना चाहेंगे की, संयुक्त व्यंजन में जो पहला व्यंजन होता हैं। वो हमेशा ही स्वर रहित होता हैं तथा इसके विपरीत दूसरा व्यंजन हमेशा स्वर सहित होता हैं। हिंदी वर्णमाला में संयुक्त व्यंजन की संख्या कुल चार (4) होती हैं, जो की निम्न हैं।
क् + ष + अ = | क्ष (Kasha) |
त् + र् + अ = | त्र (Tra) |
ज् + ञ + अ = | ज्ञ (Gya) |
श् + र् + अ = | श्र (Shr) |
Sanyukt Vyanjan Kise Kahate Hain
यद्यपि जहाँ कहीं भी दो या दो से अधिक व्यंजन मिलते हैं, वे संयुक्त व्यंजन कहलाते हैं, देवनागरी लिपि में इन चारों को उत्परिवर्तन के कारण गिना गया है। संयुक्त व्यंजन दो एवं दो से अधिक वर्णों के मिलने से बने होते हैं। जैसे की; क्ष = क् + ष, त्र = त् + र, ज्ञ = ज् + ञ और श्र = श् + र।
जैसा के कुछ लोग अभी भी क्ष्, त्र् और ज्ञ् को हिन्दी वर्णमाला में ही गिनते हैं, लेकिन हम आपको बता दें की, ये संयुक्त व्यंजन ही हैं। यानि की, इनको वर्णमाला में गिनना उचित नहीं हैं।
हर एक भाषा में उसके व्याकरण का बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होता हैं। ठीक वैसे ही हिंदी भाषा में व्याकरण का काफी महत्व हैं। हिंदी व्याकरण में हिंदी भाषा को शुद्ध रूप से लिखने तथा बोलने के नियम निर्धारित हैं। जिसके प्रयोग से हिंदी भाषा को सरल एवं समृद्ध बनाते हैं।
हिंदी वर्णमाला में वर्ण एवं व्यंजन शामिल होते हैं. हम इस पोस्ट में संयुक्त के बारे में विस्तार से चर्चा कर रहे हैं।
Sanyukt Vyanjan Kitne Hote Hain
- क्ष = क् + ष् + अ = कक्षा, क्षमा।
- त्र = त् + र् + अ = पत्र, छत्र।
- ज्ञ = ज् + ञ् + अ = ज्ञान, अज्ञान।
- श्र = श् + र् + अ = श्रुति, श्रम।
दो या दो से अधिक व्यंजनों के संयोग से बनने वाले व्यंजन संयुक्त (Mixed Consonants) कहलाते हैं। ये चार होते हैं, जो ऊपर दे दिए गए हैं।
संयुक्त व्यंजन के कुछ उदहारण इस प्रकार हैं।
क्ष (Kasha) | त्र (Tra) | ज्ञ (Gya) | श्र (Shr) |
---|---|---|---|
मोक्ष | त्रिशूल | ज्ञानी | विश्राम |
अक्षर | सर्वत्र | अनभिज्ञ | आश्रम |
परीक्षा | पत्र | विज्ञान | श्राप |
क्षय | गोत्र | अज्ञात | श्रुति |
अध्यक्ष | वस्त्र | यज्ञ | श्रीमान |
समक्ष | पात्र | विज्ञापन | कुलश्रेष्ठ |
कक्षा | सत्र | ज्ञाता | श्रमिक |
मीनाक्षी | चित्र | अज्ञान | परिश्रम |
क्षमा | एकत्रित | जिज्ञासा | श्रवण |
यक्ष | मंत्र | सर्वज्ञ | आश्रित |
भिक्षा | मूत्र | विशेषज्ञ | श्रद्धा |
आकांक्षा | कृत्रिम | अल्पज्ञ | मिश्रण |
परीक्षित | त्रुटि | ज्ञानवर्धक | श्रृंखला |
Note: क्र = क्+र्+अ, द्व = द्+व्+अ, ट्र = ट्+र्+अ, या द्ध = द्+ध, द्य = द्+य।
सयुंक्त व्यंजन के उदाहरण
- क्ख = मक्खन, मक्खी,मधुमक्खी।
- क्य = क्यारी, क्या, क्योंकि।
- ख्य = संख्या, ख्याति, ख्याल।
- ग्व = ग्लानी, ग्वाला।
- च्च = कच्ची, बच्चा, सच्ची।
- ज्ज = लज्जा, सज्जन, इज्जत।
- ध्य = ध्यान, अध्यापन, अध्यक्ष, अध्यापक।
- प्प = पप्पू, चप्पू, गोलगप्पा।
- स्त = रस्ता, मस्त, सस्ता।
- ब्ब = धब्बा, डिब्बा।
- म्य = सौम्य, म्यान, म्याऊ।
- च्छ = अच्छा, इच्छा।
- म्म = हिम्मत, मरम्मत, चम्मच।
- व्य = व्यय, व्याख्या, व्यापार, व्यंजन, व्याकरण।
- ब्य = ब्याज।
- न्ह = कान्हा।
- न्य = न्यायपालिका, कन्या, न्यायधिश, न्यारी।
- स्व = स्वार्थी, स्वाद, स्वपन, स्वर।
Last Word:
इस लेख को लिखने का हमारा उद्देश्य आपको संयुक्त और संयुक्त व्यंजन के उदाहरण के बारे में बताना है। दो या दो से अधिक व्यंजनों से बने वर्णों को संयुक्त कहते हैं। संयुक्त व्यंजन में, पहला अक्षर हमेशा व्यंजन होता है। और दूसरा अक्षर स्वर के साथ है।
आपको यह लेख कैसा लगा? यह हमें तभी पता चलेगा जब आप हमें नीचे कमेंट करके बताएंगे। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से भी यह लेख महत्वपूर्ण है। इसलिए, इस लेख को उन लोगों और दोस्तों के लिए सुलभ बनाएं जो प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। क्योंकि ज्ञान बांटने से हमेशा वृद्धि होती है। धन्यवाद।