अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने छुट्टियों को लेकर फिर नया फैसला लिया है, Bihar Educational Department Additional Chief Secretary KK Pathak ने आदेश जारी किया है कि जरूरत पड़ने पर घोषित और आकस्मिक छुट्टियां कभी भी रद्द की जा सकती हैं।
बिहार शिक्षा विभाग की ओर से यह आदेश जारी किया गया है कि शिक्षा के अधिकार के नियमों का पालन किया जायेगा। साल में 220 दिन की पढ़ाई हर हाल में सुनिश्चित की जायेगी, इसके लिए जरूरत पड़ने पर छुट्टियां कम भी की जा सकती हैं।
केके पाठक का मानना है कि शिक्षा विभाग में घोषित अवकाश सबसे बड़ी समस्या है, मौसम और अन्य कारणों से स्कूल बंद किये जा रहे हैं। शीतलहर, भीषण गर्मी, श्रावणी मेला और परीक्षा जैसे कारणों से स्कूलों में पढ़ाई बाधित हो रही है। ऐसे में आकस्मिक अवकाश रद्द कर बच्चों की पढ़ाई पूरी कराई जाएगी।
220 दिन से कम पढ़ाई तो रद्द होंगी स्कूल की छुट्टियां
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक बार फिर शिक्षा विभाग ने नया पत्र जारी किया है जिसमें साफ कहा गया है कि शैक्षणिक कैलेंडर वर्ष में कम से कम 220 दिन शैक्षणिक कार्य सुनिश्चित किया जाएगा।
पत्र में यह भी बताया गया है कि 1 अप्रैल 2023 से 31 जनवरी 2024 तक घोषित और अघोषित छुट्टियों के बाद स्कूल खुलने में कितने दिन बचे हैं।
इससे पहले भी शिक्षा विभाग में त्योहारों के मौके पर दी जाने वाली छुट्टियों में कटौती को लेकर एक पत्र जारी किया गया था, जिसे लेकर काफी हंगामा हुआ था। राज्य में हंगामे के बाद शिक्षा विभाग ने आदेश वापस ले लिया।