मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस शिकायत पर अपने प्रधान सचिव और राज्य के मुख्य सचिव को तलब किया कि चार साल और पांच साल पहले बिहार बोर्ड मैट्रिक और इंटरमीडिएट प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण छात्रों को भी अभी तक प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है।
CM Nitish Kumar ने दोनों को सभी बकाया प्रोत्साहन राशि का शीघ्र भुगतान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने पदाधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह अब तक बकाया क्यों है? जबकि समाधान यात्रा के दौरान भी हमने सभी जिलों में इस संबंध में स्पष्ट निर्देश दिये थे।
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में जनता की अदालत में विभिन्न जिलों से आए कई छात्रों की शिकायतों को सुनने के बाद सीएम ने यह निर्देश दिया। मुख्य सचिवालय परिसर में आयोजित जनता दरबार में 47 लोगों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी समस्याएं रखीं और उन्होंने संबंधित विभागों व अधिकारियों को सभी का निष्पादन तत्काल करने का निर्देश दिया।
छात्रों को बकाया प्रोत्साहन राशि जल्द मिलेगी
मुख्यमंत्री के समक्ष शिकायत प्राप्त हुई है कि पीड़ित परिवार को अभी तक कोरोना से हुई मृत्यु के लिए सहायता राशि नहीं मिली है, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को तत्काल भुगतान करने का आदेश दिया है।
Bihar Board Student Card योजना के तहत बैंकों से कर्ज लेने वाले छात्रों ने बैंकों द्वारा 9.5 फीसदी और 10.50 फीसदी ब्याज वसूले जाने की शिकायत मुख्यमंत्री से की, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से इन मामलों को देखने को कहा।
इन विभागों की सुनी गईं शिकायतें
सामान्य प्रशासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, वित्त, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, कला, संस्कृति और युवा, श्रम संसाधन और आपदा प्रबंधन।