बिहार बोर्ड मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं की बेहतर तरीके से तैयारी करने के लिए ई-लॉट्स एप की शुरुआत की गई है। ई-लॉट्स एप से अब तक 15 लाख चार हजार 363 अभ्यर्थी जुड़ चुके हैं। हर साल बिहार राज्य भर से 30 लाख से अधिक उम्मीदवार मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में शामिल होते हैं। अब तक 50 फीसदी से ज्यादा अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है।
उल्लेखनीय है कि मैट्रिक और इंटरमीडिएट के परीक्षार्थियों के लिए ई-लॉट एप पर सभी पाठ्य पुस्तकें, पूरक सामग्री, प्रत्येक अध्याय के वीडियो और ऑडियो अपलोड किए गए हैं। साथ ही विशेषज्ञ के रूप में करीब पांच सौ शिक्षकों को जोड़ा गया है। छात्र किसी भी तरह की परेशानी होने पर शिक्षकों से संपर्क कर सकते हैं। छात्रों की सुविधा के लिए प्रश्न लिखकर या आवाज रिकॉर्ड करके भेजे जा सकते हैं। छात्रों को यह सुविधा बोर्ड परीक्षा तक मिलेगी। एक बार पंजीकृत होने के बाद, छात्र प्रत्येक अध्याय को ऑनलाइन पढ़ सकते हैं। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर आप शिक्षकों से संपर्क कर सकते हैं।
कक्षा एक से बारवीं तक का सिलेबस और किताब हैं ऑनलाइन
शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा पहली से 12वीं तक की सभी पाठ्य पुस्तकों, पूरक पुस्तकों और प्रत्येक अध्याय के वीडियो को ई-लॉट एप पर डाल दिया गया है। छात्र इसे मोबाइल से डाउनलोड कर पढ़ाई कर सकते हैं। इसमें 10वीं और 12वीं के अलावा हर कक्षा के सभी विषयों के चैप्टर डाले गए हैं।
मेधासॉफ्ट पोर्टल पर ई-लॉट्स ऐप का लिंक दिया गया है। इसकी जानकारी डीईओ के माध्यम से सभी स्कूलों को दे दी गई है। स्कूल के शिक्षकों को कक्षा के सभी छात्रों को एप से जोड़ना होगा। इस कारण इसकी संख्या और अधिक बढ़ती गई। छात्र अपनी तैयारी में सुधार कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि उन्नयन एप को बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा कोरोना संक्रमण काल में लांच किया गया था. इसमें भी छात्रों का रजिस्ट्रेशन कराकर बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है।
बिहार शिक्षा विभाग का मोबाइल एप
बिहार राज्य के शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के सभी विषयों की पाठ्य पुस्तकें ई-लॉट्स एप में डिजिटल रूप में उपलब्ध हैं। शिक्षक, अभिभावक और बच्चे Google Play Store से e-LOTS APP डाउनलोड करके पाठ्य पुस्तकें पढ़ सकते हैं।
डीईओ विद्यासागर सिंह व डीपीओ दीनानाथ विश्वकर्मा ने बताया कि बिहार सरकार द्वारा विकसित यह एप काफी उपयोगी है. आज जब कोरोना काल में स्कूल बंद हैं तो शिक्षक इस ऐप के जरिए बच्चों से जुड़ सकते हैं। सभी शिक्षकों को इस एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड करना अनिवार्य है।
प्ले स्टोर पर मौजूद इस एप का संचालन बिहार शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा किया जा रहा है। बताया गया है कि ई-लाइब्रेरी का उपयोग करने से छात्रों को न केवल पढ़ने और अध्ययन करने का अवसर मिलेगा, बल्कि इसके बाद वे संबंधित पाठों के प्रश्नों और उत्तरों का अभ्यास करके आत्म-मूल्यांकन भी कर सकेंगे। शिक्षक और अन्य हितधारक अपनी क्षमता के विकास के साथ-साथ स्कूलों में छात्रों की बेहतर काउंसलिंग के लिए ई-लाइब्रेरी पर उपलब्ध शैक्षिक सामग्री का भी उपयोग कर सकते हैं। उम्मीद है कि शिक्षक और छात्र इस ई-पुस्तकालय का पूरा उपयोग करेंगे।
e-Lots Bihar के फायदें
ई-लाइब्रेरी बिहार बोर्ड डाउनलोड करें और ई-लॉट्स ऐप का उपयोग करें ऐप डाउनलोड करने के बाद छात्र अपनी कक्षा की किताब को वीडियो प्रारूप में डाउनलोड कर सकते हैं और अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं, इसके लिए सरकार द्वारा वीडियो भी अपलोड किया गया था। जिसकी मदद से सभी छात्र अपने घर पर रहकर पढ़ाई कर सकते हैं। जैसे अगर आप 10वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं तो आप अपनी कक्षा के सभी विषयों की किताब डाउनलोड कर सकते हैं और साथ ही आप उस विषय के वीडियो देखकर अच्छे से पढ़ाई कर सकते हैं।
गूगल प्ले स्टोर से ई-लॉट्स ऐप डाउनलोड करने के निर्देश
राज्य परियोजना निदेशक ने सभी जिलों से कहा है कि पोर्टल को BEPCLOTS.bihar.gov.in पर जाकर या एंड्रायड मोबाइल के गूगल प्ले स्टोर से ई-लॉट्स एप डाउनलोड कर देखा जा सकता है. उन्होंने शिक्षकों व बच्चों के अधिक से अधिक उपयोग के लिए ई-लाट्स पोर्टल एप का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए हैं. इसके लिए स्कूलों में ई-लाट्स पोर्टल एप के प्रचार-प्रसार के लिए फ्लेक्स लगाए जाएंगे।
एप्लीकेशन में वीडियो भी हैं मौजूद
ई-लॉट्स यानी शिक्षकों और छात्रों के लिए इलेक्ट्रॉनिक लाइब्रेरी। जैसे ही आप bepclots.bihar.govt.in पर लॉग इन करते हैं, उसके बाद उन्हें कक्षा 1 से 12 तक की सभी पुस्तकों की सूची के साथ क्लिक करके देखा जा सकता है। ई-लॉट पर प्रत्येक अध्याय को पढ़ने और डाउनलोड करने के अलावा पाठों से संबंधित वीडियो भी हैं। इसे शिक्षक और छात्र दोनों देख सकते हैं।