Bihar Boards समिति कक्षा मैट्रिक और कक्षा इंटर की परीक्षा के पैटर्न में लगातार सुधार करने में लगा हुआ है। अब बिहार बोर्ड ने मैट्रिक और इंटरमीडिएट के सैद्धांतिक विषयों की मुख्य परीक्षा 2024 में सामान्य छात्रों की तुलना में दिव्यांग अभ्यर्थियों को रियायत देकर अनुकूल सुविधा देने के निर्देश दिए हैं।
आपको बता दें की, दिव्यांग अभ्यर्थियों को परीक्षा में सामान्य छात्रों से 20 मिनट अधिक समय मिलेगा। उनसे अधिक वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाएंगे। दृष्टिबाधित बच्चों से डायग्राम और मैप के बजाय उतने ही वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे। साथ ही उन्हें परीक्षा देने के लिए जमीन पर बैठने की सुविधा और एक लेखक की भी सुविधा मिलेगी।
फर्श पर बैठने की सुविधा
दिव्यांग अभ्यर्थियों को बेंच पर बैठने में दिक्कत होती है, ऐसे में परीक्षा केंद्र पर व्यवस्था नहीं होने के कारण एक ही ट्राइसाइकिल पर बैठकर परीक्षा देने को विवश हैं।
इसलिए Bihar Boards Matriculation and Intermediate Examination आधिकारिक समिति ने दिव्यांग छात्रों को परीक्षा हॉल में जमीन पर बैठकर परीक्षा कराने के निर्देश दिए हैं।
विकलांग छात्रों को परेशानी होती थी
आपको बता दें कि परीक्षा में कुछ छोटे और लंबे प्रश्न पूछे जाते हैं, जिन्हें हल करने में विकलांग छात्रों को काफी कठिनाई होती है और वे परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं, ऐसे में कमेटी ने स्कूलों से उनके लिए वैकल्पिक प्रश्नों की संख्या बढ़ाने को कहा है। साथ ही कई छात्र परीक्षा के दौरान ट्राइसाइकिल से आते-जाते हैं।
सेंट अप परीक्षा में अनुपस्थित छात्र नहीं दे पाएंगे एग्जाम
जानकारी के अनुसार, BSEB Bihar Board का कहना है कि मैट्रिक एवं इंटर परीक्षा में केवल वही स्टूडेंट्स शामिल हो सकेंगे, जो अपने स्कूल/कॉलेज के स्तर पर सेंटअप परीक्षा पास कर चुके हैं। बिहार बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि सेंटअप परीक्षा पास करने वाले ही मैट्रिक एवं इंटर के प्रैक्टिकल में शामिल होंगे, सेंटअप परीक्षा में फेल होने वाले छात्र प्रैक्टिकल नहीं दे सकेंगे।
इसके अलावा जिन विद्यालयों ने अभी तक परीक्षा एवं पंजीयन शुल्क जमा नहीं कराया है, उन विद्यालयों के परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र जारी नहीं किये गये हैं। इसके लिए स्कूल के प्रिंसिपल को जिम्मेदार ठहराया गया है।