Bihar Education Department ने सरकारी स्कूलों की छुट्टियों में कटौती का हालिया आदेश वापस ले लिया है। सोमवार को छुट्टी कटौती का आदेश तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है, कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूलों में छुट्टियों की पुरानी व्यवस्था बहाल कर दी गई है।
आपको बता दें कि हाल ही में सरकार ने राज्य के स्कूलों को लेकर बड़ा ऐलान किया था। जिसके मुताबिक बिहार के स्कूलों में छुट्टियां कम कर दी गईं, इसके लिए एक लिस्ट भी जारी की गई थी। जारी सूची के मुताबिक स्कूलों में 23 छुट्टियों की जगह सिर्फ 11 छुट्टियां की गईं थी, अब सरकार ने यह फैसला वापस ले लिया है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने अधिसूचना जारी कर दी है। इसके तहत सरकारी, राजकीयकृत, प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में छुट्टी की पुरानी व्यवस्था ही प्रभावी रहेगी। निदेशक ने इसकी जानकारी सभी जिला पदाधिकारी, क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के सचिव, सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी के साथ-साथ सभी सरकारी विद्यालयों को दी है।
स्कूली छुट्टियों में कटौती का आदेश रद्द
राज्य के सरकारी स्कूलों की पहले से घोषित छुट्टियों में कटौती के चौतरफा विरोध और शिक्षकों की कड़ी नाराजगी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने पिछले सप्ताह जारी अवकाश तालिका को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है। इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने सोमवार की शाम आदेश जारी किया। विभागीय आदेश में कहा गया है कि सरकारी, राजकीयकृत प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए जारी अवकाश तालिका को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जाता है।
गौरतलब है कि माध्यमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा स्कूलों में छुट्टी की पुरानी व्यवस्था को बदल दिया गया था। इसमें दिसंबर तक स्कूलों की छुट्टियों में कटौती करने का आदेश जारी किया गया, 31 अगस्त 2023 को रक्षाबंधन की छुट्टी खत्म कर दी गई थी। दिसंबर तक विभिन्न त्योहारों पर स्कूलों में 23 छुट्टियां थीं, जिन्हें घटाकर 11 कर दिया गया था। दुर्गापूजा में स्कूलों में छह दिन की छुट्टी होती थी, जिसमें नई व्यवस्था में रविवार को जोड़ा गया था और इसे केवल तीन दिन रखा गया था, छठ की छुट्टी भी सिर्फ दो दिनों की थी।
विभाग ने तब छुट्टी कटौती का आदेश जारी करते हुए कहा था कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 में कक्षा एक से पांच तक कम से कम 200 कार्य दिवस और कक्षा छह से आठवीं तक कम से कम 220 कार्य दिवस का प्रावधान है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह कटौती की गई थी। लेकिन चुनाव, परीक्षा, त्योहार और प्राकृतिक आपदाओं के कारण स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित होती है।
पहले के आदेश में त्योहारों के मौके पर स्कूलों को बंद करने की प्रक्रिया में एकरूपता न होने की बात भी कही गई थी। आदेश में कहा गया कि किसी भी त्योहार के दौरान कुछ जिलों में स्कूल खुले रहते हैं और कुछ में बंद रहते हैं। आदेश में यह भी कहा गया कि स्कूलों के संचालन में एकरूपता के लिए 2023 के शेष दिनों में यह बदलाव किया गया है। School Holidays Reduced Order Cancelled
स्कूलों में छुट्टियों पर कटौती का आदेश निरस्त
आपको बता दें कि बिहार के शिक्षकों की छुट्टी को लेकर उठे विवाद पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि कोई विवाद नहीं है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के. पाठक के कार्यों का समर्थन किया और कहा कि वे बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। वे स्कूलों में बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं, इसमें दिक्कत क्या है? विभाग या अधिकारी अपने विवेक के अनुसार निर्णय लेते हैं। School Holidays Reduced Order Cancelled
अगर कोई इस पर सवाल उठाता है तो मुझे आश्चर्य होता है.’ अगर किसी को कोई शंका हो तो आकर बताए। हम सबकी बात सुनेंगे, हम सबकी सुनते हैं और सबके हित में काम करते हैं। हम चाहते हैं कि बालक-बालिकाओं की शिक्षा समय पर हो।
शिक्षक और शिक्षक संगठन थे नाराज
त्योहारों पर स्कूलों की छुट्टियों में की गई इस कटौती को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। खूब राजनीतिक बयानबाजी भी हुई, खासकर शिक्षक संगठनों ने इस कटौती के खिलाफ नाराजगी जताई थी। शिक्षा विभाग ने ही रक्षाबंधन (31 अगस्त 2023) पर स्कूलों की उपस्थिति रिपोर्ट भी ली, जिसमें 75 फीसदी स्कूलों में आधे बच्चे भी नहीं आये।
यह रिपोर्ट भी विभाग ने सोमवार को ही जारी की और उसी दिन अवकाश कटौती वापस लेने का आदेश भी जारी कर दिया गया।