BSEB Inter Monthly Exam | बिहार बोर्ड वार्षिक परीक्षा 2024 से पहले अब छात्रों को मासिक परीक्षा में भी शामिल होना अनिवार्य हैं। मासिक परीक्षा में जिले के उच्च विद्यालय एवं +2 उच्च विद्यालय एवं इंटर कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं भाग लेंगे। इंटर स्कूलों में कल यानी 25 सितंबर 2023 से दो पालियों में परीक्षा शुरू होगी और 4 सितंबर तक चलेगी.
बिहार बोर्ड मासिक परीक्षाओं के लिए स्कूलों को प्रश्न पत्र उपलब्ध करा दिया जायेगा। हर जिले में कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थी Bihar Board September Monthly Exam में शामिल होंगे।
सैद्धांतिक विषयों के प्रश्न पत्र Bihar School Examination Board (BSEB) द्वारा निर्धारित एजेंसी के माध्यम से उपलब्ध करा दिए गए हैं।
छात्र 25 सितंबर 2023 से स्कूलों में मासिक परीक्षा देंगे
आपको बता दें कि परीक्षा परिणाम अपलोड करने के लिए समिति एक ऐप बनाया गया हैं। असंतोषजनक परिणाम आने पर उस स्कूल के बच्चों पर विशेष ध्यान दिया जायेगा, बिहार बोर्ड द्वारा 22 सितंबर 2023 तक प्रश्न पत्र और कॉपी डीईओ कार्यालय को उपलब्ध करा दी गयी हैं।
वहीं 23 सितंबर 2023 तक डीईओ कार्यालय द्वारा सभी इंटर स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को प्रश्न पत्र व उत्तर पुस्तिका उपलब्ध करा दी गयी हैं, विद्यालय प्रधानों को प्रश्नपत्र की गोपनीयता हर हाल में बनाये रखने का निर्देश दिया गया है।
अगर स्कूल का BSEB Inter Monthly Exam 2023 संतोषजनक नहीं रहा तो समीक्षा की जायेगी. कक्षा 9वीं से 12वीं तक की मासिक परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्कूलों की पहचान की जाएगी।
जो स्कूल बेहतर प्रदर्शन करेंगे उन्हें जिले के अन्य स्कूलों की तुलना में अनुकरणीय स्कूल का दर्जा दिया जाएगा। जिन स्कूलों का मासिक परीक्षा परिणाम संतोषजनक नहीं होगा, उनकी समीक्षा की जायेगी और अगली मासिक परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने को कहा जायेगा।
BSEB Inter Monthly Exam | जल्द आएगा रिजल्ट
मासिक परीक्षा का रिजल्ट नवंबर में बिहार बोर्ड द्वारा तैयार किये गये ऐप पर जारी किया जायेगा। जिन स्कूलों का रिजल्ट बेहतर होगा, वहां 10वीं और 12वीं के बच्चों को विशेष तैयारी करायी जायेगी, ताकि भविष्य में वे मैट्रिक और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। वहीं, नौवीं और ग्यारहवीं कक्षा के बच्चों को भी विशेष तैयारी का मौका मिलेगा।
बिहार बोर्ड के इस फैसले से लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई होने की संभावना भी बढ़ गयी है, उन्हें अपना-अपना विषय पढ़ाना होगा। ताकि अगर छात्र अपने विषय में कमजोर हैं तो उनसे भी पूछा जा सके, इसके अलावा आपको समय पर स्कूल भी पहुंचना होगा।